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Thursday 14 December 2017

वो इस तरह मुलाकात ! ! ! ! ! ! !

वो  इस  तरह मुलाकात हमसे कर गए 

हमसे जुदा होकर  हमें  अपने साथ ले गए 

कुछ भी नजर नहीं आता अब इन आँखों  को 

वो हमारा दिल दिमाक हमारा खुमार ले गए 

जुदा जो हुए  वो दो दिन के लिए हमसे 

तो लगाने लगा वक्त रुक गया हो ना होने से उनके 

जेसे  कि  कुछ  भी न  बचा इस जिस्म में सिवाय सांसो के ,

वो बनके मेरा खुदा मेरे जिस्म की जान ले गए |

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